दोस्तों, अक्सर हम देखते हैं कि हर किसी का एक ड्रीम जॉब होता है, जैसे कुछ लोगों का सपना होता है कि वे बड़े होकर पायलट बनें (Pilot Kaise Bane), तो कुछ का सपना होता है कि वे फौज में जाएं (Army Me Kaise Jaye)। ठीक उसी तरह, बहुत से लोगों का सपना होता है कि वे बैंक मैनेजर बनें (Bank Manager Kaise Bane), लेकिन कई बार यह सवाल उठता है कि बैंक मैनेजर बनने के लिए क्या करना चाहिए।
दूसरे करियर विकल्पों की तरह, बैंक मैनेजर बनने का सफर भी आसान नहीं होता, और इस दिशा में सही जानकारी का होना बहुत जरूरी है। तो चलिए, आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि बैंक मैनेजर कैसे बन सकते हैं और इसके लिए कौन-कौन सी योग्यताएं और कदम जरूरी होते हैं।
जब हम बैंक मैनेजर बनने की बात करते हैं, तो हमारे सामने दो प्रकार के बैंक मैनेजर आते हैं – एक सरकारी बैंक मैनेजर और दूसरा प्राइवेट बैंक मैनेजर। अक्सर यह सवाल उठता है कि हमें किस प्रकार के बैंक मैनेजर का चुनाव करना चाहिए। तो चलिए, हम दोनों विकल्पों के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि कौन सा बैंक मैनेजर आपके लिए सबसे अच्छा रहेगा।
सरकारी बैंक में मैनेजर कैसे बने / Sarkari Bank Manager Kaise Bane
सरकारी बैंक में मैनेजर बनने के लिए, जैसा कि हमने ऊपर बताया, सबसे पहले आपको अपनी बारहवीं कक्षा पास करनी होगी, और इसके बाद आपको किसी भी विषय में ग्रेजुएशन करना होगा। बैंक मैनेजर बनने के लिए न्यूनतम योग्यता ग्रेजुएशन है, जिसमें कम से कम 60% अंक होने चाहिए। जब आपका ग्रेजुएशन पूरा हो जाता है, तब आप बैंक की भर्ती, जिसे PO (Probationary Officer) कहते हैं, के लिए आवेदन कर सकते हैं।
अगर आपके मन में यह सवाल है कि सीधे बैंक मैनेजर कैसे बनें, तो इसका उत्तर है कि सीधे बैंक मैनेजर बनने के लिए कोई सीधी भर्ती नहीं होती है। इसके लिए आपको पहले PO की परीक्षा देनी होती है और उसे पास करना होता है। इसके बाद, आपको PO की पोस्ट पर भर्ती किया जाएगा।
PO के लिए परीक्षा तीन चरणों में होती है: पहला चरण, दूसरा चरण, और फिर इंटरव्यू। हालांकि, कई राज्यों में इंटरव्यू अब समाप्त कर दिए गए हैं, लेकिन कुछ शहरों में अभी भी इंटरव्यू देना आवश्यक है। पहले और दूसरे चरण को पास करने के बाद ही आप इंटरव्यू के लिए योग्य होते हैं। यदि आप इंटरव्यू पास कर लेते हैं, तो आपको ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाएगा और इसके बाद आपको PO के पद पर एक से दो साल की ट्रेनिंग दी जाएगी।
ट्रेनिंग के बाद, आपको PO के पद पर नियुक्त किया जाएगा। कुछ वर्षों तक काम करने के बाद, आपको प्रमोट किया जाएगा, और आपको असिस्टेंट मैनेजर के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इसके बाद, कुछ और वर्षों के अनुभव के बाद, आपको ब्रांच बैंक मैनेजर के रूप में प्रमोट कर दिया जाएगा।
इस प्रकार, आप सरकारी बैंक में मैनेजर बन सकते हैं। यह एक साधारण और सामान्य तरीका है जिससे आप बैंक मैनेजर बन सकते हैं।
प्राइवेट बैंक में बैंक मैनेजर कैसे बने / Private Bank Manager Kaise Bane
दोस्तों, हालांकि सरकारी बैंक मैनेजर और प्राइवेट बैंक मैनेजर के बीच ज्यादा अंतर नहीं होता, लेकिन दोनों की प्रक्रिया में कुछ फर्क जरूर होता है। सरकारी बैंक की तुलना में प्राइवेट बैंक का एप्रोच थोड़ा अलग होता है, जिसके बारे में हम आगे चर्चा करेंगे। हालांकि, प्राइवेट बैंक में आपको अधिक जिम्मेदारियाँ मिलती हैं, जो सरकारी बैंक में उतनी नहीं होतीं।
प्राइवेट बैंक मैनेजर बनने के लिए प्रक्रिया:
प्राइवेट बैंक मैनेजर बनने के लिए सबसे पहले आपको 12वीं कक्षा पास करनी होगी। इसके बाद, किसी भी विषय में ग्रेजुएशन करना आवश्यक है, और ग्रेजुएशन में कम से कम 60% अंक होना चाहिए। यह बैंक मैनेजर बनने के लिए न्यूनतम योग्यताएँ हैं, जिन्हें पूरा करना जरूरी है। जब आपकी न्यूनतम योग्यताएँ पूरी हो जाती हैं, तो आपको PO (Probationary Officer) के लिए आवेदन करना होता है।
प्राइवेट बैंक में PO की परीक्षा सरकारी बैंक के PO की तरह होती है, लेकिन यह परीक्षा बैंक स्वयं आयोजित करता है। सरकारी बैंक में जहां सरकार द्वारा परीक्षा आयोजित की जाती है, वहीं प्राइवेट बैंक में यह जिम्मेदारी स्वयं बैंक की होती है। इस परीक्षा का पैटर्न और दिशा-निर्देश प्राइवेट बैंक स्वयं तय करता है।
प्राइवेट बैंक में PO की परीक्षा तीन चरणों में होती है, जैसे कि सरकारी बैंक में होती है:
- प्रथम चरण
- द्वितीय चरण
- इंटरव्यू
प्राइवेट बैंक में इंटरव्यू कंपलसरी होता है, जबकि कुछ सरकारी बैंकों में इंटरव्यू अब नहीं लिया जाता है। प्राइवेट बैंक में सफलता प्राप्त करने के बाद आपको PO के पद पर नियुक्त किया जाता है। इसके बाद आपको कुछ वर्षों तक PO के पद पर काम करने के बाद ट्रेनिंग मिलती है और बैंक के विभिन्न कार्यों को समझने का अवसर मिलता है।
ट्रेनिंग के बाद, आपको असिस्टेंट मैनेजर के रूप में प्रमोट किया जाता है, और फिर कुछ वर्षों के बाद असिस्टेंट मैनेजर से ब्रांच मैनेजर के रूप में प्रमोट कर दिया जाता है। इस प्रकार, आप एक ब्रांच के मैनेजर बन जाते हैं।
बैंक मैनेजर बनने के लिए आवश्यक योग्यता:
भारतीय नागरिक होना चाहिए: बैंक मैनेजर बनने के लिए आवेदक को भारतीय नागरिक होना आवश्यक है।
उम्र सीमा: आवेदक की उम्र 18 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए। उम्र की सीमा में कुछ विशेष श्रेणियों के लिए छूट दी जा सकती है (जैसे, SC/ST और OBC उम्मीदवारों के लिए)।
शैक्षिक योग्यता: आपको अपनी ग्रेजुएशन में कम से कम 60% अंक प्राप्त करने चाहिए। यह शैक्षिक योग्यता अधिकतर सरकारी और प्राइवेट बैंकों द्वारा निर्धारित की जाती है।
कंप्यूटर ज्ञान: बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको कंप्यूटर की बुनियादी जानकारी होनी चाहिए या आपके पास कंप्यूटर डिप्लोमा होना चाहिए। आजकल बैंकिंग क्षेत्र में डिजिटल लेन-देन और कंप्यूटर का उपयोग अधिक होता है, इसलिए यह आवश्यक है।
PO परीक्षा पास करना: बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको पहले PO (Probationary Officer) का एग्जाम पास करना होगा। यह परीक्षा सरकारी और प्राइवेट बैंकों द्वारा आयोजित की जाती है और इसमें तीन चरण होते हैं: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू (कुछ बैंकों में इंटरव्यू नहीं लिया जाता है)। PO परीक्षा पास करने के बाद आपको PO के रूप में नियुक्त किया जाता है और कुछ वर्षों तक काम करने के बाद आपको बैंक मैनेजर के पद पर प्रमोट किया जाता है।
Direct Bank Manager Kaise Bane
यह सवाल अक्सर पूछा जाता है कि “डायरेक्ट बैंक मैनेजर कैसे बने?” लेकिन इसका सीधा उत्तर यह है कि डायरेक्ट बैंक मैनेजर नहीं बन सकते। बैंक मैनेजर बनने के लिए एक प्रक्रिया होती है, और इसे धीरे-धीरे पूरा करना होता है।
पीओ की पोस्ट से शुरुआत करें: बैंक मैनेजर बनने के लिए सबसे पहले आपको Probationary Officer (PO) की पोस्ट पर भर्ती होना होता है। PO बनने के लिए आपको बैंक द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षा (PO Exam) को पास करना होगा।
बैंक के कार्यों को समझें: जब आप PO के रूप में भर्ती होते हैं, तो आपको बैंक के कार्यों, प्रक्रियाओं और सिस्टम को सीखने का अवसर मिलता है। यह आपके लिए एक प्रशिक्षण अवधि होती है, जिसमें आप बैंकिंग के हर पहलू को समझते हैं, जैसे कस्टमर सर्विस, लोन प्रोसेसिंग, फाइनेंसियल प्रोडक्ट्स, आदि।
प्रमोशन के बाद बैंक मैनेजर: जब आप कुछ वर्षों तक PO के रूप में काम करते हैं, तो आपकी प्रदर्शन के आधार पर आपको Assistant Manager और फिर Branch Manager के रूप में प्रमोट किया जा सकता है।
बैंक के आंतरिक प्रक्रियाओं को सीखना जरूरी है: बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको बैंक के आंतरिक कार्यों और प्रशासन को अच्छे से समझना होता है, जिसे आप PO की पोस्ट के दौरान सीख सकते हैं।
बैंक मैनेजर की सैलरी कितनी होती है?
बैंक मैनेजर की सैलरी कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि आप किस बैंक में काम कर रहे हैं, आपकी पदवी, आपकी अनुभव और आप किस स्थान पर कार्यरत हैं।
सरकारी बैंक मैनेजर की सैलरी: सरकारी बैंक में काम करने वाले बैंक मैनेजर की सैलरी आमतौर पर अधिक होती है। एक सरकारी बैंक मैनेजर की सैलरी 54,000 रुपये से लेकर 1,00,000 रुपये तक हो सकती है, जिसमें भत्ते और अन्य लाभ शामिल होते हैं। सरकारी बैंकों में काम करने के फायदे में नौकरी की स्थिरता और बेहतर रिटायरमेंट लाभ भी शामिल हैं।
प्राइवेट बैंक मैनेजर की सैलरी: प्राइवेट बैंक में कार्यरत बैंक मैनेजर की सैलरी थोड़ी कम हो सकती है, हालांकि यह भी एक अच्छा वेतन माना जाता है। एक प्राइवेट बैंक मैनेजर की सैलरी 25,000 रुपये से लेकर 70,000 रुपये तक हो सकती है। प्राइवेट बैंक में काम करने के फायदे में बेहतर बोनस, उन्नति के अवसर और कभी-कभी बेहतर कार्य परिवेश भी होता है।
12th के बाद बैंक मैनेजर कैसे बने
अगर आप 12वीं के बाद बैंक मैनेजर बनना चाहते हैं, तो आपको कुछ खास स्टेप्स को फॉलो करना होगा। यह स्टेप्स सरकारी और प्राइवेट बैंक मैनेजर दोनों के लिए लगभग समान होते हैं।
1. 12वीं पास करें:
- सबसे पहले, आपको 12वीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने होंगे। इसके बाद आप अपनी पसंद के विषय (विज्ञान, वाणिज्य या कला) से ग्रेजुएशन की ओर बढ़ सकते हैं।
2. ग्रेजुएशन करें:
- ग्रेजुएशन के लिए आपको किसी भी विषय में दाखिला ले सकते हैं, लेकिन बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको 60% या उससे अधिक अंकचाहिए। आपको बैंकिंग, फाइनेंस, इकोनॉमिक्स या कंप्यूटर साइंस जैसे विषयों को प्राथमिकता देने से मदद मिल सकती है, लेकिन यह आवश्यक नहीं है।
3. कंप्यूटर का ज्ञान प्राप्त करें:
- बैंकिंग के क्षेत्र में कंप्यूटर का ज्ञान होना जरूरी है। आप कंप्यूटर का बेसिक कोर्स कर सकते हैं, जैसे कि Tally या MS Office। यह आपके काम में बहुत मदद करेगा, क्योंकि आजकल अधिकांश बैंकिंग कार्य कंप्यूटर के माध्यम से होते हैं।
4. PO (Probationary Officer) एग्जाम की तैयारी करें:
- ग्रेजुएशन के बाद, आपको PO (Probationary Officer) एग्जाम देना होगा। यह एग्जाम सरकारी और प्राइवेट दोनों बैंकों के लिए आयोजित होता है।
- PO एग्जाम में तीन मुख्य चरण होते हैं:
- Prelims (प्रारंभिक परीक्षा)
- Mains (मुख्य परीक्षा)
- Interview (साक्षात्कार)
5. PO एग्जाम पास करें:
- जब आप PO एग्जाम पास कर लेते हैं, तो आपको बैंक में Probationary Officer के रूप में नौकरी मिलती है। यहां आप बैंकिंग के विभिन्न कार्यों को सीखते हैं और अनुभव प्राप्त करते हैं।
6. प्रमोशन और बैंक मैनेजर बनना:
- कुछ वर्षों का अनुभव और प्रदर्शन के आधार पर, आपको Assistant Manager या Branch Manager के रूप में प्रमोशन मिल सकता है।
- बैंक के कार्यों को समझने के बाद, और अनुभव प्राप्त करने के बाद आप एक बैंक मैनेजर बन सकते हैं।
12वीं के बाद बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको सबसे पहले ग्रेजुएशन पूरा करना होगा, फिर PO एग्जाम के लिए आवेदन करना होगा। इसके बाद आपको बैंक में भर्ती किया जाएगा और कुछ वर्षों में आप एक बैंक मैनेजर के रूप में कार्यरत हो सकते हैं।
बैंक मैनेजर के लिए आवेदन कैसे करें (How to Apply for Bank Manager)
बैंक मैनेजर बनने के लिए सीधा कोई आवेदन नहीं होता है, क्योंकि इसके लिए आपको पहले PO (Probationary Officer) की भर्ती प्रक्रिया से गुजरना होता है।
यहां पर बैंक मैनेजर बनने के लिए आवश्यक प्रक्रिया दी जा रही है:
PO भर्ती के लिए आवेदन करें:
- बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको सबसे पहले PO (Probationary Officer) के लिए आवेदन करना होगा। यह भर्ती प्रक्रिया सरकारी और प्राइवेट दोनों बैंकों द्वारा आयोजित की जाती है।
- PO भर्ती में आवेदन करने के लिए आपको ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त होनी चाहिए और आपके पास 60% अंक होने चाहिए।
PO एग्जाम की तैयारी करें:
- PO के लिए तीन चरण होते हैं: प्रारंभिक परीक्षा (Prelims), मुख्य परीक्षा (Mains) और साक्षात्कार (Interview)।
- आपको इन तीनों चरणों को पास करना होगा।
PO एग्जाम पास करने के बाद भर्ती:
- जब आप PO एग्जाम पास करते हैं, तो आपको Probationary Officer के रूप में बैंक में भर्ती किया जाता है। यहां पर आपको बैंकिंग के कामकाजी पहलुओं को सीखने का अवसर मिलता है।
प्रमोशन के बाद बैंक मैनेजर बनें:
- PO की पोस्ट पर कुछ वर्षों तक काम करने के बाद आपको Assistant Manager या Branch Manager के रूप में प्रमोशन मिल सकता है।
- प्रमोशन के बाद, आप एक बैंक मैनेजर के रूप में कार्य करने लगते हैं।
Conclusion
अंत में, हमें उम्मीद है कि बैंक मैनेजर कैसे बने के आर्टिकल से आपको पूरी जानकारी मिली होगी और अब आप इस महत्वपूर्ण जानकारी को दूसरों के साथ भी शेयर करेंगे। अगर आपको इसी तरह की और जानकारी प्राप्त करनी है तो आप हमारी साइट पर जाकर और भी आर्टिकल्स पढ़ सकते हैं।
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