गुरु गोबिंद सिंह की जयंती 2025 | Guru Gobind Singh Jayanti

Guru Gobind Singh Jayanti : गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती नानकशाही कैलेंडर के अनुसार, पौष माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है। इस वर्ष यह शुभ अवसर 6 जनवरी को है। सप्तमी तिथि का प्रारंभ 5 जनवरी रात 8:15 बजे से हुआ और इसका समापन 6 जनवरी सुबह 6:23 बजे होगा। इसी वजह से गुरु गोबिंद सिंह जयंती 6 जनवरी को पूरे श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई जा रही है।

गुरु गोबिंद सिंह जी सिखों के दसवें गुरु थे, जिन्होंने सिख धर्म को एक नई दिशा और मजबूती प्रदान की। वे सत्य, न्याय और धर्म के प्रति निष्ठावान थे और अपने अनुयायियों को हमेशा सच्चाई और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते थे।

गुरु गोबिंद सिंह  के बेहतरीन अनमोल वचन | Guru Gobind Singh Jayanti

 

  • “सवा लाख से एक लड़ाऊं, चिड़ियों से मैं बाज तुड़ाऊं।”
    • साहस और आत्मविश्वास का प्रतीक।
  • “खालसा अकाल पुरख की फौज है, खालसा केवल धर्म की सेवा के लिए है।”
    • सिख धर्म की मूल भावना।
  • “अगर आप सच्चे हो, तो परमात्मा हमेशा आपके साथ है।”
    • सत्य की महत्ता।
  • “भय कभी भी धर्म का मार्ग नहीं हो सकता।”
    • निर्भीकता का संदेश।
  • “जीवन में परिश्रम से बड़ा कोई धर्म नहीं है।”
    • मेहनत और ईमानदारी का महत्व।
  • “अपनी आत्मा को कभी झूठ और पाप से दूषित मत करो।”
    • नैतिकता का आह्वान।
  • “सच्चाई और धर्म का मार्ग ही मोक्ष का रास्ता है।”
    • धर्म की शिक्षा।
  • “जो खुद से प्यार करता है, वह परमात्मा से प्रेम करता है।”
    • आत्म-प्रेम की सीख।
  • “दुश्मन को हराने के लिए सबसे बड़ा हथियार आपके अच्छे कर्म हैं।”
    • अच्छे कार्यों की शक्ति।
  • “जो समय का सदुपयोग करता है, वही सबसे बड़ा योद्धा है।”
    • समय की महत्ता।
  • “विनम्रता सबसे बड़ी ताकत है।”
    • नम्रता का संदेश।
  • “सच्चे योद्धा वही हैं जो दूसरों की भलाई के लिए लड़ते हैं।”
    • सेवा की भावना।
  • “हर व्यक्ति में भगवान है, इसलिए सभी से प्रेम करो।”
    • समानता और प्रेम की शिक्षा।
  • “अपनी कमाई का दसवां हिस्सा जरूरतमंदों को दान करो।”
    • परोपकार का महत्व।
  • “गुरु के बिना ज्ञान अधूरा है।”
    • गुरु की आवश्यकता।
Read More : भगवान श्रीराम पर बेहतरीन शायरी

गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती हमें उनके द्वारा बताए गए सिद्धांतों को याद करने और अपने जीवन में अपनाने का अवसर प्रदान करती है। इस खास दिन पर हम सब मिलकर उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रण लें और सच्चाई, न्याय और धर्म की भावना को मजबूत करें।

Leave a Comment