Children’s day हर साल 14 November को मनाया जाता है । इस दिन हमारे देश के प्रधान मंत्री का जन्मदिन था और उनको बच्चो से बहुत लगाव था । और बाद में इसे children’s day के रूप में घोषित कर दिया गया था ।
Children’s day हर उनके जन्म दिन के अवसर पर मनाया जाता है । ( बाल दिवस पर कविता हिन्दी)
Children’s day kavita बच्चो के लिए बहुत ही ज्यादा खास होता है ।क्युकी उस दिन बच्चो को मजे और खेलने कूदने को मिलता है और कविता और नाटक जैसे कार्यक्रम भी होता है । जिसे छोटे बच्चे बहुत ज्यादा मजे करते है । इस दिन के खास अवसर को और भी अच्छा बनाए के लिए प्रोग्राम भी होता है ।
अगर आप भी अपने school में किसी प्रोग्राम में हिसा लेना चाहते है तो आपको भी उसकी तैयारी करनी होगी । जिसके लिए आपको क्या करना है ये भी पता होना चाहिए ।जैसे आप वहा पर कविता का पढ़ कर सकते है। और बचो पर एक अच्छी सी कविता सुना सकते है । आज हम आपके लिए बाल दिवस की कविता लेके आए है। जिसे आप अपने school के कार्यक्रम में सभी को सुना कर तालिया बटोर सकते है ।
बाल दिवस पर कविता / children’s day kavita/ poetry
बचपन है ऐसा खजाना आता है ना दोबारा मुश्किल है इसको भूल पाना
वो खेलना कूदना और खाना मौज मस्ती में बतलाना
वह मां की ममता और पापा का दुलार
बुलाया ना बोले वह सावन की फुहार
मुश्किल है इन सभी को बोलना
वह कागज की नाव बनाना
वह बारिश में खुद को भीगना हो
झूले झूलना और खुद ही मुस्कुराना
वह यारों की यारी में सब भूल जाना
और डंडे से गिली को मारना
वह अपने होमवर्क से चुराना
टीचर से पूछने पर ही तरह-तरह के बहाने बनाना
बहुत मुश्किल है इस चाचा के जन्मदिन को भूल पाना
वह एग्जाम में रटा लगाना
उसके बाद रिजल्ट के डर से बहुत कपड़ा ना
हो दोस्तों के साथ साइकिल चलाना
और चोट लगने पर खुद ही ठीक हो जाना
वह दोस्तों के साथ घूमने जाना
वह छोटी-छोटी बातों पर उठ कर बैठ जाना
बहुत मुश्किल है यार उस बचपन को बुलाना
बाल दिवस है आज साथियों / बाल दिवस की कविता हिन्दी / children’s day
बाल दिवस है आज साथियों आओ खेले खेल जगह जगह पर मची हुई खुशियों को रेलम पेल वर्षगांठ चाचा नेहरू की फिर आई है आज उन जैसे नेता पर सारे भारत को है नाच वह दिल से बोले थे इतने जितने हम बच्चे हैं नादान बुड्ढे होने पर भी मन में थे वह सदा जवान हम उनके सीखे मुस्कान सारे संकट जेल हम सब मिलकर क्यों न जाए ऐसा सुख संसार भाई भाई जान सभी हो रहे छलकता प्यार नहीं होगा ना किसी हृदय में नहीं हो तो उसका आवास आंखों में आंसू ना कभी हो वह अंधेरों का वास झगड़े नहीं परंपरा कोई और आपस में मेल पड़े जरूरत अगर यह स्वदेश मातृभूमि की आजादी हित के हो जाए बलिदान मिट्टी में मिलकर भी मां की रक्षा की ऊंची है शान दुश्मन के दिल को दहला दे डालना बाल दिवस है आज साथियों आओ खेले खेल
14 November की कविता हिन्दी में
चाचा नेहरू के जन्मदिन पर बाल दिवस है मनाया जाता बाल दिवस लाता है खुशियों का त्योहार इसमें बच्चे पाते हैं बहुत सारे ढेर सारा प्यार नेहरु चाचा करते से हम बच्चों से बहुत सारा प्यार क्योंकि बच्चों का दिन होता है पूरी तरह से साफ
चाचा नेहरू का था सिर्फ एक ही सपना पढ़ने में आगे हो देश हमारा हर एक बच्चा क्योंकि भारत के बच्चे हैं फ्यूचर्स देश के एजुकेशन से होता कल्याण हमारा बाल दिवस के मौके पर सभी बच्चों को यह वादा रहेगा
चाचा नेहरू तुम्हे सलाम कविता / bal divas ki poetry in hindi / children’s day
नेहरु चाचा तुम्हें सलाम अमन शांति का दे पैगाम जंग को जग से बचाया हम बच्चों को भी मनाया जन्मदिवस बच्चों के नाम नेहरु चाचा तुम्हें सलाम देश को दी है यह योजना लोहा और इस्पात बनाएंबांध बने बिजली निकली नहरों से खेतों में हरियाली प्रगति का दिया इनाम नेहरु चाचा तुम्हें सलाम…!!
bachapn पर kavita hindi mian / Bal Divas ki kavita sab bhul jana
ओ यारों की यारी में सब भूल जाना और डंडे से गिल्ली को दूर उड़ाना वह होमवर्क से जी चुराना और टीचर के पूछने पर बहाने बनाना मुश्किल है बचपन को बोला ना वह एग्जाम में रटे लगाना फिर रिजल्ट के डर से घबराना वह दोस्तों के साथ साइकिल चलाना वह छोटी-छोटी बातों पर रूठ जाना यार वह मुश्किल है बचपन को बुलाना
[…] बाल दिवस पर कविता […]